NCERT Solutions Class 10 Hindi Unit 3 Chapter 8 – Download PDF
Get here NCERT Solutions Class 10 Hindi Unit 3 Chapter 8. These NCERT Solutions for Class 10 of Hindi Unit 3 subject includes detailed answers of all the questions in Chapter 8 – Kar Chale Hum Fida provided in NCERT Book which is prescribed for class 10 in schools.
Book: National Council of Educational Research and Training (NCERT)
Class: 10th Class
Subject: Hindi Unit 3
Chapter: Chapter 8 – Kar Chale Hum Fida
NCERT Solutions Class 10 Hindi Unit 3 Chapter 8 – Free Download PDF
NCERT Solutions Class 10 Hindi Unit 3 Chapter 8 – Kar Chale Hum Fida
Question 1:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
क्या इस गीत की कोई ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है?
Answer:
यह गीत सन् 1962 के भारत–चीन युद्ध की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर लिखा गया है। चीन ने तिब्बत की ओर से आक्रमण किया और भारतीय वीरों ने इस आक्रमण का मुकाबला वीरता से किया।
Question 2:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
‘सर हिमालय का हमने न झुकने दिया‘, इस पंक्ति में हिमालय किस बात का प्रतीक है?
Answer:
हिमालय भारत के मान सम्मान का प्रतीक है। भारतीय सैनिकों ने अपने प्राण गवाँकर देश के मान–सम्मान को सुरक्षित रखा। भारत के सैनिक हर पल देश की रक्षा हेतु बलिदान देने के लिए तत्पर रहते हैं।
Question 3:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
इस गीत में धरती को दुल्हन क्यों कहा गया है?
Answer:
इस गीत में सैनिकों और भारत की भूमि को प्रेमी–प्रेमिका के रुप में दर्शाया गया है। जिस प्रकार दूल्हे को दुल्हन सबसे प्रिय होती है, उसकी सुरक्षा की ज़िम्मेदारी वह बखूबी समझता है, ठीक उसी प्रकार इस धरती रुपी दुल्हन पर सैनिक रुपी प्रेमी कभी विपत्ति सहन नहीं कर सकते। इसी समानता के कारण भारत की धरती को दुल्हन कहा गया है।
Question 4:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
गीत में ऐसी क्या खास बात होती है कि व जीवन भर याद रह जाते हैं?
Answer:
जिन गीतों में भावनात्मकता, मार्मिकता, सच्चाई, गेयता, संगीतात्मकता, लयबद्धता आदि गुण होते हैं, वे गीत जीवन भर याद रहते हैं। ‘कर चले हम फ़िदा‘ गीत में बलिदान की भावना स्पष्ट रुप से झलकती है। इसलिए यह किसी एक विशेष व्यक्ति का गीत न बनकर सभी भारतीयों का गीत बन गया।
Question 5:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
कवि ने ‘साथियों‘ संबोधन का प्रयोग किसके लिए किया है?
Answer:
कवि ने ‘साथियों‘ शब्द का प्रयोग सैनिक साथियों व देशवासियों के लिए किया है। सैनिकों का मानना है कि इस देश की रक्षा हेतु हम बलिदान की राह पर बढ़ रहे हैं। हमारे बाद यह राह सूनी न हो जाए। सभी सैनिकों व देशवासियों को इससे सतर्क रहना होगा?
Question 6:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
कवि ने इस कविता में किस काफ़िले को आगे बढ़ाते रहने की बात कही है?
Answer:
कवि चाहता है कि यदि सैनिकों की टोली शहीद हो जाए, तो अन्य सैनिक युद्ध की राह पर बढ़ जाएँ। यहाँ देश की रक्षा करने वाले सैनिकों के समूह के लिए ‘काफ़िले‘ शब्द का प्रयोग किया गया है।
Question 7:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
इस गीत में ‘सर पर कफ़न बाँधना‘ किस ओर संकेत करता है?
Answer:
‘सर पर कफ़न बाँधना‘ का अर्थ है – हँसते–हँसते देश की रक्षा के लिए अपने जीवन को बलिदान करने के लिए तैयार रहना। वे शत्रुओं का मुकाबला निडरता पूर्वक करते हैं।
Question 8:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
इस कविता का प्रतिपाद्य अपने शब्दों में लिखिए?
Answer:
अपने देश के सम्मान और रक्षा के लिए सैनिक हर चुनौतियों को स्वीकार करके अपने जीवन का बलिदान करने के लिए तैयार रहते हैं। अपनी अंतिम साँस तक देश के मान की रक्षा कर उसे शत्रुओं से बचाते हैं। कवि इसमें देशभक्ति को विकसित करके देश को जागरुक करना चाहता है।
Question 1:
भाव स्पष्ट कीजिए −
साँस थमती गई, नब्ज़ जमती गई
फिर भी बढ़ते कदम को न रुकने दिया
Answer:
इन पंक्तियों में कवि कैफ़ी आज़मी ने भारतीय जवानों के साहस की सराहना की है। चीनी आक्रमण के समय भारतीय जवानों ने हिमालय की बर्फ़ीली चोटियों पर लड़ाई लड़ी। इस बर्फ़ीली ठंड में उनकी साँस घुटने लगी, साथ ही तापमान कम होने से नब्ज़ भी जमने लगी परन्तु वे किसी भी बात की परवाह किए बिना आगे बढ़ते रहे और हर मुश्किल का सामना किया।
Question 2:
भाव स्पष्ट कीजिए −
खींच दो अपने खूँ से ज़मीं पर लकीर
इस तरफ़ आने पाए न रावन कोई
Answer:
यह गीत की प्रेरणा देने वाली पंक्तियाँ हैं। कवि का भाव है कि भारतभूमि सीता की तरह पवित्र है। अगर कोई शत्रु रुपी रावण उसकी तरफ़ बढ़ेगा तो अपने खून से लक्ष्मण (सैनिक) रेखा खींच कर उसे बचाएँगे। अत: देश की रक्षा का भार उसी पर है।
Question 3:
छू न पाए सीता का दामन कोई
राम भी तुम, तुम्हीं लक्ष्मण साथियों
Answer:
कवि सैनिकों को कहना चाहता है कि भारत का सम्मान सीता की पवित्रता के समान में है। देश की रक्षा करना तुम्हारा कर्त्तव्य है। देश की पवित्रता की रक्षा राम और लक्ष्मण की तरह करना है। अत: राम तथा लक्ष्मण का कर्त्तव्य भी हमें ही निभाना है।
Question 1:
इस गीत में कुछ विशिष्ट प्रयोग हुए हैं। गीत संदर्भ में उनका आशय स्पष्ट करते हुए अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
कट गए सर, नब्ज़ जमती गई, जान देने की रुत, हाथ उठने लगे
Answer:
1. युद्ध क्षेत्र में शत्रुओं के कट जाए सर।
2. डर के मारे सबकी नब्ज़ जम गई।
3. शत्रु के हमले की जानकारी मिलते ही सब जान गए कि यह जान देने की रुत है।
4. स्टेज पर मंत्री के आते ही जयकारे के साथ हाथ उठने लगे।
Question 1:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
क्या इस गीत की कोई ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है?
Answer:
यह गीत सन् 1962 के भारत–चीन युद्ध की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर लिखा गया है। चीन ने तिब्बत की ओर से आक्रमण किया और भारतीय वीरों ने इस आक्रमण का मुकाबला वीरता से किया।
Question 2:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
‘सर हिमालय का हमने न झुकने दिया‘, इस पंक्ति में हिमालय किस बात का प्रतीक है?
Answer:
हिमालय भारत के मान सम्मान का प्रतीक है। भारतीय सैनिकों ने अपने प्राण गवाँकर देश के मान–सम्मान को सुरक्षित रखा। भारत के सैनिक हर पल देश की रक्षा हेतु बलिदान देने के लिए तत्पर रहते हैं।
Question 3:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
इस गीत में धरती को दुल्हन क्यों कहा गया है?
Answer:
इस गीत में सैनिकों और भारत की भूमि को प्रेमी–प्रेमिका के रुप में दर्शाया गया है। जिस प्रकार दूल्हे को दुल्हन सबसे प्रिय होती है, उसकी सुरक्षा की ज़िम्मेदारी वह बखूबी समझता है, ठीक उसी प्रकार इस धरती रुपी दुल्हन पर सैनिक रुपी प्रेमी कभी विपत्ति सहन नहीं कर सकते। इसी समानता के कारण भारत की धरती को दुल्हन कहा गया है।
Question 4:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
गीत में ऐसी क्या खास बात होती है कि व जीवन भर याद रह जाते हैं?
Answer:
जिन गीतों में भावनात्मकता, मार्मिकता, सच्चाई, गेयता, संगीतात्मकता, लयबद्धता आदि गुण होते हैं, वे गीत जीवन भर याद रहते हैं। ‘कर चले हम फ़िदा‘ गीत में बलिदान की भावना स्पष्ट रुप से झलकती है। इसलिए यह किसी एक विशेष व्यक्ति का गीत न बनकर सभी भारतीयों का गीत बन गया।
Question 5:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
कवि ने ‘साथियों‘ संबोधन का प्रयोग किसके लिए किया है?
Answer:
कवि ने ‘साथियों‘ शब्द का प्रयोग सैनिक साथियों व देशवासियों के लिए किया है। सैनिकों का मानना है कि इस देश की रक्षा हेतु हम बलिदान की राह पर बढ़ रहे हैं। हमारे बाद यह राह सूनी न हो जाए। सभी सैनिकों व देशवासियों को इससे सतर्क रहना होगा?
Question 6:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
कवि ने इस कविता में किस काफ़िले को आगे बढ़ाते रहने की बात कही है?
Answer:
कवि चाहता है कि यदि सैनिकों की टोली शहीद हो जाए, तो अन्य सैनिक युद्ध की राह पर बढ़ जाएँ। यहाँ देश की रक्षा करने वाले सैनिकों के समूह के लिए ‘काफ़िले‘ शब्द का प्रयोग किया गया है।
Question 7:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
इस गीत में ‘सर पर कफ़न बाँधना‘ किस ओर संकेत करता है?
Answer:
‘सर पर कफ़न बाँधना‘ का अर्थ है – हँसते–हँसते देश की रक्षा के लिए अपने जीवन को बलिदान करने के लिए तैयार रहना। वे शत्रुओं का मुकाबला निडरता पूर्वक करते हैं।
Question 8:
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए −
इस कविता का प्रतिपाद्य अपने शब्दों में लिखिए?
Answer:
अपने देश के सम्मान और रक्षा के लिए सैनिक हर चुनौतियों को स्वीकार करके अपने जीवन का बलिदान करने के लिए तैयार रहते हैं। अपनी अंतिम साँस तक देश के मान की रक्षा कर उसे शत्रुओं से बचाते हैं। कवि इसमें देशभक्ति को विकसित करके देश को जागरुक करना चाहता है।
Question 1:
भाव स्पष्ट कीजिए −
साँस थमती गई, नब्ज़ जमती गई
फिर भी बढ़ते कदम को न रुकने दिया
Answer:
इन पंक्तियों में कवि कैफ़ी आज़मी ने भारतीय जवानों के साहस की सराहना की है। चीनी आक्रमण के समय भारतीय जवानों ने हिमालय की बर्फ़ीली चोटियों पर लड़ाई लड़ी। इस बर्फ़ीली ठंड में उनकी साँस घुटने लगी, साथ ही तापमान कम होने से नब्ज़ भी जमने लगी परन्तु वे किसी भी बात की परवाह किए बिना आगे बढ़ते रहे और हर मुश्किल का सामना किया।
Question 2:
भाव स्पष्ट कीजिए −
खींच दो अपने खूँ से ज़मीं पर लकीर
इस तरफ़ आने पाए न रावन कोई
Answer:
यह गीत की प्रेरणा देने वाली पंक्तियाँ हैं। कवि का भाव है कि भारतभूमि सीता की तरह पवित्र है। अगर कोई शत्रु रुपी रावण उसकी तरफ़ बढ़ेगा तो अपने खून से लक्ष्मण (सैनिक) रेखा खींच कर उसे बचाएँगे। अत: देश की रक्षा का भार उसी पर है।
Question 3:
छू न पाए सीता का दामन कोई
राम भी तुम, तुम्हीं लक्ष्मण साथियों
Answer:
कवि सैनिकों को कहना चाहता है कि भारत का सम्मान सीता की पवित्रता के समान में है। देश की रक्षा करना तुम्हारा कर्त्तव्य है। देश की पवित्रता की रक्षा राम और लक्ष्मण की तरह करना है। अत: राम तथा लक्ष्मण का कर्त्तव्य भी हमें ही निभाना है।
Question 1:
इस गीत में कुछ विशिष्ट प्रयोग हुए हैं। गीत संदर्भ में उनका आशय स्पष्ट करते हुए अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
कट गए सर, नब्ज़ जमती गई, जान देने की रुत, हाथ उठने लगे
Answer:
1. युद्ध क्षेत्र में शत्रुओं के कट जाए सर।
2. डर के मारे सबकी नब्ज़ जम गई।
3. शत्रु के हमले की जानकारी मिलते ही सब जान गए कि यह जान देने की रुत है।
4. स्टेज पर मंत्री के आते ही जयकारे के साथ हाथ उठने लगे।


